विश्व के सबसे बड़े – विराट रामायण मंदिर के बारें में जरूर जाने | Viraat Ramayan Mandir..
Viraat Ramayan Mandir in Hindi – पूरे विश्व में बहुत सारे धर्म हैं और धर्म के प्रति लोगो की आस्था प्रगाढ़ होती हैं. धर्म के अनुसार प्रार्थना या पूजा करने के लिए विशेष प्रकार के धार्मिक संस्थान जैसेकि मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा, चर्च आदि बनवाये जाते हैं.
कुछ ऐसे धार्मिक संस्थान बनवाएँ जाते हैं जो अपनी विशेषता के कारण पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो जाते हैं. ठीक इसी तरह हमारे देश भारत में भी विश्व के सबसे बड़े मंदिर का निर्माण हो रहा हैं. आइये इस मंदिर से जुड़ी अन्य रोचक जानकारियों को जाने.
विराट रामायण मंदिर के बारें में रोचक तथ्य | Interesting Facts about Viraat Ramayan Mandir
- विराट रामायण मंदिर ( Viraat Ramayan Mandir ) भारत में बिहार के पूर्वी चम्पारण के चकिया – केसरिया नगर के निकर जानकीपुर में बन रहा एक विशाल मंदिर हैं.
- 12 वीं शताब्दी में बना, 215 फीट लम्बा कम्बोडिया का अंकोरवाट मंदिर से भी दुगुनी ऊँचाई का “विराट रामयण मंदिर” बनवाया जा रहा हैं. मंदिर में 20 हजार लोग एक साथ बैठ सकते हैं.
- विराट रामायण मंदिर के निर्माण का कार्य जून 215 से शुरू हुआ.
- इस मंदिर समूह में कुल 18 देवताओं के मंदिर होंगे जिनमें मुख्य अराध्य भगवान राम होंगे.
- यह मंदिर लगभग 405 फीट ऊँचा होगा जिससे यह विश्व का सबसे ऊँचा मंदिर हो जायेगा . इस मंदिर के निमार्ण कार्य में लगभग 500 करोड़ रूपये खर्च होंगे.
- इस मंदिर का निर्माण मुख्यतः कम्बोडिया के अंकोरवाट मंदिर की अनुकृति के रूप में बनाया जा रहा हैं, परन्तु यह अंकोरवाट मंदिर की हूबहू नकल नही होगा. इसकी रूपाकृति को अंकोरवाट, रामेश्वरम और मीनाक्षी मंदिरों के तत्वों से प्रेरित होकर बनाया जाएगा.
- इस मंदिर का उद्घाटन 13 नवम्बर 2013, को तत्कालीन मुख्य मंत्री नितीश कुमारके हाथो द्वारा किया गया था.
- इस मंदिर में 33 फीट ऊँचा, विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग को स्थापित करने की भी योजना हैं.
- इस मंदिर के परिसर की लम्बाई 2800 फीट और चौड़ाई 1400 फीट होगी. मुख्य शिखर की ऊँचाई 405 फीट होगी. इस मंदिर का कुल क्षेत्रफल लगभग 39,20,000 वर्ग फीट ( करीब दो सौ एकड़ ) होगी.
- सर्वप्रथम इस मंदिर का नाम विराट अंकोरवाट मंदिर रखा गया था, परन्तु कम्बोडियाई सरकार ने इस मंदिर के नाम को असल अंकोरवाट मंदिर की नकल होने पर भारत सरकार से अपनी आपत्ति जताई जिसके बाद भारत सरकार द्वारा रोक के पश्चात इस मंदिर के नाम को बदल कर इसे विराट रामायण मंदिर का नाम दे दिया गया.
- यह भी एक दिलचस्प बात हैं कि इस मंदिर के निर्माण के लिए कई मुस्लिम परिवारों ने भी अपनी जमीन छोड़ी हैं.
- इस मंदिर को बनवाने की सारी योजना का मुख्य काम आचार्य किशोर कुनाल को दिया गया है जो पटना के महावीर मंदिर न्यास (ट्रस्ट) के सचिव एवं बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष हैं.
- इस मंदिर के प्रमुख अराध्य भगवान राम-सीता होंगे. मंदिर का निर्माण खमेर हिन्दू वास्तुकला से प्रेरित हैं.
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